इंदिरा ने भी नष्ट की बोस से जुडी फाइल्स
साभार - राजस्थान पत्रिका
बोस की मौत से जुड़ी फाइलें इंदिरा गांधी ने की थी नष्ट
नई दिल्ली। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने नेताजी सुभाषचंद्र बोस की मौत से संबंधित कुछ फाइलों को नष्ट कर दिया था, लेकिन इससे उत्पन्न विवाद को उन्होंने यह कहते हुए समाप्त करने का असफल प्रयास किया था कि फाइलों की प्रतिलिपि (कॉपी) प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के पास मौजूद है। गांधी ने नौ जनवरी 1974 को तत्कालीन सांसद समर गुहा के तीन जनवरी 1974 के पत्र के जवाब में लिखा था कि उनके कार्यालय ने नेताजी की मौत की जांच से संबंधित जिन फाइलों को नष्ट किया है उनकी नकल एवं इनके पृष्ठ कई अन्य फाइलों में उपलब्ध हैं। READ:
'भाई' को नेताजी की मौत का सबूत नहीं दे पाए थे नेहरू क्या कहा था इंदिरा गांधी ने? तत्कालीन प्रधानमंत्री ने कहा, 'श्रद्धेय गुहा, मुझे जांच आयोग को उपलब्ध कराई गई फाइलों को नष्ट करने के संबंध में आपके तीन जनवरी (1974) का पत्र मिला है। फाइलों के बारे में कुछ गलतफहमियां पैदा हो रही हैं कि इन्हें नष्ट किया गया है। मैं आपको आश्वस्त करना चाहती हूं कि इस फाइल में कुछ दस्तावेजों की प्रतियां हैं, जो अन्य फाइलों में उपलब्ध हैं।' इंदिरा गांधी का यह पत्र उस फाइल का हिस्सा है, जिसका शीर्षक है- 'डेथ ऑफ सुभाष चंद्र बोस - एप्वाइंटमेंट ऑफ इन्क्वायरी कमेटी टू गो इनटू द सर्कमस्टांसेज ऑफ डेथ।' जारी की गई फाइलों में शामिल यह फाइल प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा शनिवार को जारी की गई 100 फाइलों में शामिल है। गुहा ने फाइल देखने के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री को लिखा था कि नेताजी की मौत की परिस्थितियों की जांच के लिए गठित समिति को भेजी गई फाइल के कुछ अंश या तो नष्ट किये जा चुके हैं, या गायब हैं। ये फाइलें जांच समिति को सौंपी जानी चाहिए ताकि इस मामले में सही निष्कर्ष पर पहुंचा जा सके।
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'भाई' को नेताजी की मौत का सबूत नहीं दे पाए थे नेहरू क्या कहा था इंदिरा गांधी ने? तत्कालीन प्रधानमंत्री ने कहा, 'श्रद्धेय गुहा, मुझे जांच आयोग को उपलब्ध कराई गई फाइलों को नष्ट करने के संबंध में आपके तीन जनवरी (1974) का पत्र मिला है। फाइलों के बारे में कुछ गलतफहमियां पैदा हो रही हैं कि इन्हें नष्ट किया गया है। मैं आपको आश्वस्त करना चाहती हूं कि इस फाइल में कुछ दस्तावेजों की प्रतियां हैं, जो अन्य फाइलों में उपलब्ध हैं।' इंदिरा गांधी का यह पत्र उस फाइल का हिस्सा है, जिसका शीर्षक है- 'डेथ ऑफ सुभाष चंद्र बोस - एप्वाइंटमेंट ऑफ इन्क्वायरी कमेटी टू गो इनटू द सर्कमस्टांसेज ऑफ डेथ।' जारी की गई फाइलों में शामिल यह फाइल प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा शनिवार को जारी की गई 100 फाइलों में शामिल है। गुहा ने फाइल देखने के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री को लिखा था कि नेताजी की मौत की परिस्थितियों की जांच के लिए गठित समिति को भेजी गई फाइल के कुछ अंश या तो नष्ट किये जा चुके हैं, या गायब हैं। ये फाइलें जांच समिति को सौंपी जानी चाहिए ताकि इस मामले में सही निष्कर्ष पर पहुंचा जा सके।
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